Mahedi Maud बहरेआम ह. मियाँ सय्यद आलम गाज़ी बिन मियाँ सय्यद मुहम्मद (रअ) मैंदरगी १३०६ हि., मंगल १७ मे २०१६ (०९ शाबान)
Mahedi Maud दारुलउलूम महेदविया के जानीब से आर्टिकल – सलाम का हुकुम : क़ुरआन व हदीस की रोशनी में और महदविया क़ौम में इसकी पैरवी, अपलोड किए है। - (देखने के लिए क्लिक करें)Mahedi Maud
अक़वाल-ए-जरीन:
5-5-2025
महेदी के तज़दिक की निशानी ये है के उम्मी आलिम बन जाता है, हुर्फ (शब्द) न जानने वाला क़ुरआन बयान करता है, एक दीनार (रूपया) न खर्च करनेवाला जान देता है, तालीब दुनिया तालीब ख़ुदा बन जाता है।...(महेदी माउद (अस) - इंसाफनामा नक़ल न. १६)

ಖಲೀಫಾ-ಎ-ರಾಶಿದೂನ (ರ.ಜಿ.)

ಖಲೀಫಾ-ಎ-ರಾಶಿದೂನ (ರ.ಜಿ.) खलीफ़ा-ए-राशीदून व सहाबा(रजी)

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